मीठा सपना अनजान राहों में कहीं छूट गया,
वादे की जिद्द करके, खुद निभाना वो भूल गया।
बस एक ख्वाब बन बैठा वो अब मेरी जिंदगी का
गया था हमे इंतजार में बैठा कर, पर शायद लौट आना वो भूल गया।
कभी उसे भी याद आयेंगे अनमोल पल, जब वो तन्हाई में अपनी तस्वीर देखेगा,
नए रिश्तों की मौज में, संग मेरे बीते पल वो भूल गया ।
बहुत प्यार जिंदगी…..